बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में नेशनल हाईवे NH_30 के आमागुड़ा चौक में विगत एक फरवरी शनिवार देर शाम को बस्तर ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने एक सड़क दुर्घटना में गंभीर हादसा घटित होते होने से पूर्व दो लोगों की जान बचाया। आप को बता दें कि बस्तर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग के पर्यवेक्षण में यातायात पुलिस जगदलपुर द्वारा दुर्घटना जन्य स्थान एवं ब्लैक स्पॉट में सड़क सुरक्षा के तहत दुर्घटना के बचाव हेतु यातायात सांकेतिक बोर्ड लगाने व अन्य सुधारात्मक प्रयास बस्तर जिला पुलिस द्वारा किए जा रहे हैं,इसी के परिपालन में विगत शनिवार एक फरवरी को NH 30 के आमागुड़ा चौक में उप पुलिस अधीक्षक यातायात जगदलपुर संतोष जैन आपने यातायात के बल प्रधान आरक्षक प्रकाश देवांगन, आरक्षक हेमंत ठाकुर, फिलिप कुजूर के साथ कॉन्वेक्स मिरर लगाने स्थान चिन्हांकित कर रहे थे।
इसी दरम्यान देर शाम लगभग 7:10 बजे एक मोटर सायकल में दो लोग सवार थे, जो NH 30 के आमागुड़ा चौक का ट्रैफिक सिंगनल लाईट ग्रीन होने पर रायपुर मार्ग तरफ से आ रहे वाहन आगे बढ़ने लगते हैं,तभी ट्रक जिसे सीधे जयपुर रोड NMDC चौक की ओर जाना था वे आगे बढ़ रहे थे, इसी दौरान एक मोटर सायकल जिसमें दो लोग सवार थे ,वे लालबाग जगदलपुर शहर की ओर जाने मुड़ने लगे और ट्रक भी चल पड़ा, वही पर यातायात के बल मौजूद थे, देखते ही देखते जिस मोटर सायकल में दो लोग सवार थे वो मोटर सायकल का मिरर ट्रक से टकराता है ,और मोटर सायकल के पीछे बैठी एक महिला मोटर सायकल से नीचे गिर जाती है, ट्रक के पहिया के बिल्कुल नीचे, वही पर दो मीटर दूर खड़े यातायात के स्टाफ तत्काल कुछ ही छण भर में सजगता व तत्परता दिखाते हुए रिएक्ट करते हैं और ट्रक चालक को जोर से आवाज देते हैं और ट्रक के बॉडी को हांथ से जोर जोर से थपथपाते हैं, और महिला जो ट्रक के पहिए के सामने नीचे सड़क पर गिरी थी उसे तुरंत तत्परता पूर्वक बाहर उठा कर किनारे करते हैं। इस दौरान ट्रक का चालक यातायात पुलिस की आवाज को सुन कर ट्रक को तुरंत रोक देता है। ये काम ट्रैफिक पुलिस के जवानों द्वारा छण भर में बहुत ही सजगता एवं तत्परता से की गई है,और मोटर सायकल चालक जो ट्रक के सामने आ गया था उसे भी पीछे करते हैं। ट्रैफिक पुलिस जवानों द्वारा यदि समय रहते सजगता एवं तत्परता पूर्वक रिएक्ट करने में देरी होती तो निश्चित ही बड़ी गंभीर दुर्घटना में दो लोगों की जान जा सकती थी। यह सारा वाक्या NH 30 आमागुड़ा चौक में लगी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है।